कैनाल किरणें (Canal Rays) | प्रोटान या धन किरणें | Anode Rays in Hindi
Camal rays (धन किरणे): गोल्ड स्टीन नामक वैज्ञानिक ने कैनाल (धन) किरणों (Camal rays ) की खोज की थी। कैनाल किरणों को प्रोटान अथवा धन किरणें भी कहते हैं।
गोल्डस्टीन ने छिद्रित (Perforated) Cathode लगी हुई विसर्जन नली में अल्पदाब (105mm) पर गैसो में विद्युत विसर्जन कराया तो देखा कि जब Cathode तथा Anode के बीच उच्च वोल्टता का विभवांतर लगाया जाता है तो cathole के पीछे का भाग चमकने लगता है। गोल्ड स्टीन ने प्रयोगद्वारा सिद्ध किया कि एक प्रकार की किरणों के कैथोड के छिद्रों से निकलकर कैथोड के पीछे के स्थान में पहुंच जाती है और नली पर चमक उत्पन्न करती है। क्योकि यह किरणे कैथोड के छिद्रों (Cannals) से होकर गुजरती है अतः गोलस्टीन इन्हें Cannal Rays (कैनाल रेज़) नाम दिया। जेजे टॉमसन ने बताया कि यह किरण धनोवेशित कणों से मिलकर बनी होती है अतः इन्होने इन Rays का नाम धन किरणे दिया।
कैनाल के गुण या प्रोटान के गुण | Quality of Canal Rays in Hindi
(1) ये सीधी रेखा में चलती है।
(2) यह कांच की दीवार पर प्रदीप्त उत्पन्न करती हैं।
(3) यह सूक्ष्म कणों से मिलकर बनी होती है।
(4) धन किरणे कैथोड विद्युत व चुम्बकीय क्षेत्रों में विच्छेपित होती हैं। लेकिन दिशा कैथोड के विपरीत होती है। अर्थात धनावोरीत कणों से मिलकर भी होती हैं
(5) इनका वेग इलेक्ट्रॉन के वेग से कम होता है।
(6) धन किरणे फोटो ग्राफिक प्लेट को प्रभावित करती है।
(7) यह किरणे धातुओं की बहुत पतली बानी पन्नी को बार बेधकर आर-पार निकल जाती है। परन्तु इनकी बेधन क्षमता के कैथोड किरणों की अपेक्षा कम होती है।
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