विकारी शब्द | विकारी शब्द किसे कहते हैं ?
हिंदी व्याकरण के महत्त्वपूर्ण अंग में से शब्द विचार एक अंग हैं। विकारी शब्द, 'शब्द-विचार' का ही एक भाग है।
हिंदी व्याकरण में प्रयोग के आधार पर शब्दों को दो भागों में बाटा किया गया है- 1. विकारी शब्द 2. अविकारी शब्द।
आज हम यह इस पेज में विकारी शब्द किसे कहते हैं? विकारी शब्द की परिभाषा, विकारी शब्द के भेद (सभी प्रकार) को उदाहरण सहित पढ़ेंगे।
विकारी शब्द की परिभाषा
ऐसे शब्द जिनके रूप में लिंग, वचन, कारक, काल, पुरुष आदि के कारण कोई विकार (परिवर्तन) हो, तो ऐसे शब्दों को 'विकारी शब्द' कहा जाता हैं।
जैसे-
लड़का -- लड़के -- लड़कों (संज्ञा)
मैं - मैंने - मुझे - मुझसे (सर्वनाम)
नया - नई - नए (विशेषण)
आया - आई - आए - आओ (क्रिया)
विकारी शब्द के भेद:
ऊपर दिए उदाहरणों के आधार पर हम कह सकते हैं कि विकारी शब्द के निम्नलिखित चार प्रकार के होते हैं:
1. संज्ञा
2. सर्वगाम
3. विशेषण
4. क्रिया।
1. संज्ञा
किसी व्यक्ति, वस्तु या स्थान का नाम संज्ञा कहलाता है।
जैसे- पुस्तक, गाड़ी, पेड़, घर आदि।
2. सर्वगाम
वेस हबड़ जो संज्ञा के स्थान पर प्रयोग किये जाते हैं, सर्वनाम कहलाते हैं।
जैसे- मै, हम , तुम, आप, वे आदि।
3. विशेषण
संज्ञा तथा सर्वगाम की विशेषता बताने वाले शब्दों को विशेषण कहते हैं।
जैसे-
यह फूल लाल है। इस वाक्य में "लाल" विशेषण है।
उसका घर सुन्दर है। इस वाक्य में "सुन्दर" विशेषण है।
4. क्रिया
कोई कार्य करने या होने के क्रिया की आवश्यकता होती है।
जैसे-
मै घर जाता हूँ। इस वाक्य में "जाना" क्रिया का प्रयोग किया गया है।
सुरेश पात्र लिखता है। इस वाक्य में "लिखना" क्रिया का प्रयोग किया गया है।
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