1. सार्थक शब्द-
परिभाषा: वे शब्द जिनका कुछ या कोई अर्थ निकलता हो "सार्थक शब्द' कहलाते हैं।
जैसे-
घर, विद्यालय, पुस्तक, अलमारी, गाड़ी, वायु, आकाश, मुंबई आदि।
2. निरर्थक शब्द-
परिभाषा: वे शब्द जिनका कुछ या कोई भी अर्थ न निकले, 'निरर्थक शब्द' कहलाते हैं।
जैसे-
रोटी-वोटी,
घर - वर
पानी-वानी
खाना-वाना
गाड़ी -वाड़ी
अलग-थलग
चाय-वाय
फल -वल
आदि।
नोट: हिंदी व्याकरण में निरर्थक शब्दों का प्रयोग नहीं किया जाता है। परंतु कभी-कभी बोलचाल भाषा में प्रवाह लाने के लिए निरर्थक शब्दों प्रयोग करते सुनने / देखने को मिलता है।
जैसे-
आपने चाय-वाय पी।
उसने खाना - वाना खाया
आपने पानी - वानी पिया।
अंकिता घर-वर गयी। आदि।
सार्थक शब्दों के भेद-
सार्थक शब्दों के निम्नलिखित 10 भेद होते हैं-
1. एकार्थक शब्द
2. अनेकार्थक शब्द
3. पर्यायवाची/समानार्थक शब्द
4. विलोम/विपरीतार्थक शब्द
5. समरूपीभिन्नार्थक / श्रुतिसमभिन्नार्थक शब्द
6. अनेक शब्दों के लिए एक शब्द
7. एकार्थक प्रतीत होने वाले शब्द
8. ध्वनिबोधक शब्द
9. शब्द-युग्म
10. समूहवाचक शब्द
सार्थक शब्द (प्रकार) & उदाहरण
1. एकार्थक शब्द-
एकार्थक शब्द का अर्थ है--एक अर्थ वाला।
एकार्थक शब्दों से केवल एक ही अर्थ का बोध होता है।
जैसे- पुस्तक, बुढ़ापा, घर, पर्वत, हिंदी आदि।
2. अनेकार्थक शब्द-
जिन शब्दों से एक से अधिक अर्थों का बोध होता है, उन्हें 'अनेकार्थक शब्द” कहते हैं।
जैसे-
अर्थ - धन, अभिप्राय, हेतु, ऐश्वर्य।
उत्तर - जवाब, एक दिशा, पीछे।
काल - मृत्यु, समय।
कर - हाथ, टैक्स, किरण, हाथी की सूँड़।
3. पर्यायवाची/समानार्थक शब्द
सामान अर्थ वाले शब्द एक दूसरे के पर्यायवाची शब्द कहलाते हैं। एक दूसरे के सामान अर्थ होने के कारण इन्हे समानार्थक शब्द भी कहा जाता है।
जैसे-
कमल= जलज, पंकज, धीरज, कंज, अम्बुज आदि।
चन्द्रमा= हिमांशु, सुधाकर, राकेश, शशि आदि।
4. विलोम/विपरीतार्थक शब्द
किसी शब्द के बिलकुल उल्टा या विपरीत अर्थ वाले शब्द को विलोम या विपरीतार्थक शब्द कहते हैं।
जैसे-
अस्त - उदय
शुष्क - आद्र
विजय - पराजय
5. समरूपीभिन्नार्थक / श्रुतिसमभिन्नार्थक शब्द-
ऐसे शब्द जो सुनने में एक जैसे लगें, परंतु अर्थ की दृष्टि से भिन्न हों, उन्हें 'समरूपीभिन्नार्थक शब्द' कहते हैं; जैसे-
अनल - आग
अन्न - अनाज
तुरंग - घोड़ा
बलि - बलिदान
अनिल - वायु
अन्य - दूसरा
तरंग - लहर
बली - बलवान
6. अनेक शब्दों के लिए एक शब्द:
ऐसे शब्द जिन्हे किसी शब्द समूह अर्थात "वाक्य अंश" के लिए प्रयोग किया जाता है।
जैसे-
प्रार्थना करने वाला = प्रार्थी
जिसमे लज्जा न हो =निर्लज्ज
7. एकार्थक प्रतीत होने वाले शब्द
ऐसे शब्द जो देखने सामान अर्थ वाले प्रतीत होते हुए भी अलग-अलग अर्थ प्रकट करें, ऐसे शब्दों के अर्थ में बहुत थोड़ा अंतर (सूक्ष्म अंतर) होता है।
जैसे-
अति - बहुत अधिक
अत्यधिक - ज्यादा (तुलना में)
अभिवादन - प्रणाम
अभिनन्दन -स्वागत
8. ध्वनिबोधक शब्द-
जड़ (निर्जीव) और चेतन (सजीव) वस्तुओं में किसी-न-किसी प्रकार की कुछ-न-कुछ ध्वनि अवश्य होती है, उन्हें 'ध्वनिबोधक शब्द' कहते हैं; जैसे-
घड़ी - टिकटिक करना
शेर - दहाड़ना
रेलगाड़ी - छुक-छुक करना
9. शब्द-युग्म
ऐसे शब्द जो सामान होने का भ्रम पैदा करते हैं परंतु उच्चारण की दृष्टि से सामान हो, शब्द युग्म कहलाते हैं। ऐसे शब्दों को सामान उच्चारित शब्द समूह भी कहते हैं।
जैसे-
1) अंस - कन्धा
अंश - भाग
2) अपेक्षा - इच्छा
उपेक्षा - अनादर
10. समूहवाचक शब्द-
किसी समूह का बोध कराने वाले शब्द को 'समूहवाचक शब्द' कहते हैं; जैसे-
गुलदस्ता - (फूलों का)
खज़ाना - (धन का)
कक्षा - (विद्यार्थियों की)
गठरी - (कपड़ों की)
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