अविकारी शब्द | अविकारी शब्द किसे कहते हैं ?
हिंदी व्याकरण के महत्त्वपूर्ण अंग में से शब्द विचार एक अंग हैं। अविकारी शब्द, 'शब्द-विचार' का ही एक भाग है।
हिंदी व्याकरण में प्रयोग के आधार पर शब्दों को दो भागों में बाटा किया गया है- 1. विकारी शब्द 2. अविकारी शब्द।
आज हम यह इस पेज में अविकारी शब्द किसे कहते हैं? अविकारी शब्द की परिभाषा, अविकारी शब्द के भेद (सभी प्रकार) को उदाहरण सहित पढ़ेंगे।
अविकारी शब्द की परिभाषा
ऐसे शब्द, जिन शब्दों के रूप में लिंग, वचन, कारक, काल, पुरुष आदि के कारण कोई परिवर्तन नहीं होता, उन्हें 'अविकारी शब्द' कहते हैं।
जैसे-
राम धीरे बोलता है।
सीता धीरे बोलती है।
बच्चे धीरे बोलते हैं।
वे धीरे बोलते हैं।
उपर्युक्त दिए गए उदाहरणों में प्रयुक्त 'धीरे' शब्द में कोई परिवर्तन नहीं आया है। अतः यह अविकारी शब्द है।
अविकारी शब्द के भेद:
अविकारी शब्द के भी निम्नलिखित चार भेद होते हैं :
1. क्रियाविशेषण
2. संबंधबोधक
3. समुच्चयबोधक
4. विस्मयादिबोधक
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