अर्द्धगोला(Hemi Sphere)
जब किसी ठोस गोले को दो बराबर भागों में बाट कर बीच से काट दिया जाता है तो एक अर्धगोले का निर्माण होता है। अर्धगोला में एक सतह चपटी(flat) होती है जोकि आधार होती है तथा इसकी दूसरी सतह वक्र(curved) होती है।
ऊपर चित्र में दी गयी आकृति एक अर्धगोला है , जिसमें एक सतह चपटी(flat) है तथा इसकी दूसरी सतह वक्र(curved) है।
अर्धगोले के महत्त्वपूर्ण सूत्र :
- यदि किसी अर्धगोले की त्रिज्या r हो तो
- अर्धगोले गोले का आयतन =( 2/3)πr3
- अर्धगोले के वक्रपृष्ट का क्षेत्रफल = 2πr2
- अर्धगोले के सम्पूर्ण पृष्ट का क्षेत्रफल = 2πr2 + πr2 = 3πr2
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