मुख्य बिंदु :
सामान्यता
1 वर्ष में 12 महीने होते
हैं और 1 महीने
में 28 29 30 या 31 दिन हो
सकते हैं
वर्ष में 12 महीने तथा
उनमें दिनों की
संख्या निम्न प्रकार होती
है
जनवरी 31 दिन
फरवरी 28 दिन ( नोट:
लीप वर्ष में
फरवरी 29 दिन की
होती है)
मार्च 31 दिन
अप्रैल 30
मई 31
जून 30
जुलाई 31
अगस्त 31
सितंबर 30
अक्टूबर 31
नवंबर 30
दिसंबर 31
महीनों में दिनों
की संख्याओं के
याद रखने के
लिए निम्नलिखित वाक्य
को याद रखें
"जून सितंबर जानिए अप्रैल
नवंबर 30 फरवरी 28 बाकी सब
31"
मतलब जून,
सितंबर
, अप्रैल, नवंबर,
महीनों
में दिनों की संख्या
30 होती है, फरवरी
28 या 29 दिन की
होगी और बाकी
जितने महीने होते
हैं उनमें 31 दिन
होंगे
1 वर्ष में 365 या 366 दिन
होते हैं जो
वर्ष 365 दिन का
होता है उसमें
52 सप्ताह 1 दिन होता
है तथा जो
वर्ष 366 दिन का
होता है उसने
52 सप्ताह 2 दिन होते
हैं
वह वर्ष जिसको
हम 4 से विभाजित
करने पर पूरा
पूरा विभाजित हो
जाए ऐसे वर्ष
को लीप वर्ष
कहते हैं तथा
लीप वर्ष में
फरवरी 28 दिन के
बजाय 29 दिन की
होती है जैसे
वर्ष 1992, वर्ष 1996, वर्ष 2000, वर्ष
2004 इत्यादि
किसी साधारण वर्ष में
अंतिम दिन तथा
प्रथम दिन एक
समान होता है
जैसे किसी साधारण
वर्ष में अंतिम
दिन सोमवार है
तो उस का
प्रथम दिन भी
सोमवार ही रहा
होगा
अगर दिनों की संख्या
को 7 से विभाजित
किया जाए तो
जो शेष बचता
है उसको हम
विषम दिन कहते
हैं
अगर दो अतिथियों के
बीच का अंतर
क्रमशा 7, 14, 21, 29... है तो
दोनों तिथियों का
दिन एक ही
होगा
किसी भी शताब्दी
में 76 सामान्य वर्ष तथा
24 लीप वर्ष होते
हैं
किसी भी शताब्दी
में अंतिम दिवस
मंगलवार बृहस्पतिवार या शनिवार
नहीं होता है
किसी भी शताब्दी
का प्रथम दिवस
सोमवार मंगलवार बृहस्पतिवार या
शनिवार ही होता
है
यदि हमें किसी
प्रश्न में अज्ञात
तिथी का दिन
ज्ञात करने के
लिए कहा गया
हो और कोई
भी Hint ना दिया
हो तब आपको
जिस दिवस की
संख्या ज्ञात करनी होती
है तो हमें
उस दिवस विशेष
की जानकारी मिल
जाती है
शून्य विषम दिन - रविवार
प्रथम विषम दिन - सोमवार
दूसरा विषम दिन - मंगलवार
तीसरा विषम दिन - बुधवार
चौथा विषम दिन - बृहस्पतिवार
पांचवा विषम दिन-
शुक्रवार
छठा विषम
दिन - शनिवार
सातवां विषम
दिन – रविवार
घड़ी की सुई
द्वारा एक पूरा
चक्कर करने में
केंद्र पर बना
कोण 360 अंश होता
है
1 मिनट में घड़ी
की सुइयों द्वारा
तय की गई
दूरी 6 अंश के
बराबर होती है
जब मिनट वाली
सुई 1 मिनट की
दूरी तय करती
है तो घंटे
वाली सुई अपने
स्थान से केंद्र
पर 1/2 अंश का
कोण बनाती है
1 दिन में 24 घंटे तथा
1 घंटे में 60 मिनट या
3600 सेकंड तथा 1 मिनट में
60 सेकेंड होते हैं
हर 1 घंटे में
मिनट वाली सुई
घंटे की सुई
से 55 मिनट की
दूरी आगे की
ओर बढ़ जाती
है
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