जब कोई वस्तु गतिशील होती है तो उस वस्तु की गतिशीलता भ्रमण विचलन एवं परिक्रमा में से कोई भी स्थिति दर्शाती है अर्थात भ्रमण विचलन एवं परिक्रमा यह दोनों स्थितियां किसी वस्तु
की गतिशीलता को ही दर्शाती हैं उदाहरण के लिए यदि कोई आकृति अपने पूर्व निर्धारित स्थिति से 30 , 60 , 75 , 90 डिग्री दक्षिणावर्त भ्रमण करती है या विचलित होती है अथवा परिक्रमा करती है तो इस स्थिति को निम्नलिखित चित्र अनुसार प्रदर्शित किया जा सकता है
की गतिशीलता को ही दर्शाती हैं उदाहरण के लिए यदि कोई आकृति अपने पूर्व निर्धारित स्थिति से 30 , 60 , 75 , 90 डिग्री दक्षिणावर्त भ्रमण करती है या विचलित होती है अथवा परिक्रमा करती है तो इस स्थिति को निम्नलिखित चित्र अनुसार प्रदर्शित किया जा सकता है
0 Comments:
Post a Comment