करणियों का जोड़ना और घटाना
: हम करणी को
जोड़ या घटा सकते हैं केवल जब वे सरलतम रूप में हो । बंटन नियम से
समरूप करणियॉं को जोड़ और घटा सकते हैं ।
नियम:
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उदाहरण:
करणियों की जोड़ना और घटाना पर आधारित कुछ उदाहरण
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करणियों की गुणा: दो समान
घात वाली करणियों को निम्लिखित नियमानुसार गुणा किया जासकता है ।
नियम: a√a x a√b = a√ab
उदाहरण: 3√6 x 3√5 = 3√30
और अगर करणियों की एक घात
न हो तो नियम लागू करने से पहले उन्हें समान घात में परिवर्तित कर लें
करणियों की भाग: दो समान
घात वाली करणियों को निम्लिखित नियमानुसार भाग किया जासकता है ।
नियम: a√a / a√b = a√a/b
उदाहरण: 3√6
/ 3√5 = 3√(6/5)
और अगर करणियों की एक घात
न हो तो नियम लागू करने से पहले उन्हें समान घात में परिवर्तित कर लें
करणियों की गुणा और भाग पर आधारित कुछ उदाहरण
करणी का परिमेयकरण: यदि दो करणियों का गुणनफल एक परिमेय संख्या हो
तो उनमे से प्रत्येक को एक दुसरे का परिमेयकारी गुणक (Rationlising
factor ) कहा जाता है ।
करणी वाले दो द्विपद (Binomial)जिनमे केवल केवल उन्हें जोड़ने (+ या - ) चिन्ह हो उन्हें एक दुसरे का परस्पर संयुग्मी कहा
जाता है एक गुणफल एक परिमेय संख्या होती है इसलिए किसी द्विपद द्विघात करणी का परिमेयकारी गुणक उसका संयुग्मी
होता है ।
इस प्रकार (√a-√b) ऐवम (√a+√b) एक दुसरे के संयुग्मी है ।
और
(√3-√5) का परिमेयकारी गुणक (√3+√5) है ।
और
(√7+√5) का परिमेयकारी गुणक (√3-√5) है ।
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